जैविक खेती ही सर्वोत्तम: कुलपति, एस0जी0आर0आर0 विश्वविद्यालय
श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के कुलाधिपति के मार्गदर्शन में जैविक खेती को प्रोत्साहन देने हेतु श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ़ बेसिक एण्ड एप्लाईड साईंसेज़ के तत्वाधान में जैविक खाद (बायोफर्टिलाइजर) का उत्पादन किया गया तथा उसके क्षेत्री परीक्षण (फील्ड ट्राइल) करने के लिए स्कूल ऑफ़ एग्रीकल्चर साईंसेज़ को दिया गया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 (डॉ०) यू0एस0 रावत ने बायोफर्टिलाइजर टीम के कार्य की सराहना करते हुए इसे स्कूल ऑफ़ बेसिक एण्ड एप्लाईड साईंसेज़ का एक उत्कृष्ट कार्य बताया तथा प्रो0(डॉ०) अरूण कुमार (डीन रिसर्च, श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय), प्रो0(डॉ०) कुमुद सकलानी(डीन इंचार्ज, स्कूल ऑफ़ बेसिक एण्ड एप्लाईड साईंसेज़), प्रो0(डॉ०) मनीषा सिंह (डीन इंचार्ज, स्कूल ऑफ़ एग्रीकल्चरल साईंसेज़), एवं बायोफर्टिलाइजर उत्पादन की प्रोजेक्ट इंचार्ज डॉ० मंजूषा त्यागी एवं उनकी टीम के सभी सदस्यों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
कुलपति प्रो0 (डॉ०) यू0एस0 रावत ने बायोफर्टिलाइजर की महत्ता पर प्रकाश डाला एवं इससे शोधार्थियों को होने वाले लाभ पर विशेष जानकारी दी एवं इसके निरन्तर उत्पादन के निर्देश दिये।
इस अवसर पर प्रो0 पी0डी0 जुयाल, प्रो0 कीर्ति सिंह, डॉ० नवीन गौरव, डॉ० सौरभ गुलेरी, डॉ० हितेन्द्र चौहान, विनय आदि मौजूद रहे।